शिव स्तुति
भोलेशंकर मनभावन तुम
भावरूप मन को प्यारे तुम
कहे भवेश कहे कोई भूतेश्वर
तुम हो प्रभु भूतों के ईश्वर
भोलेनाथ हो बहुत भोले तुम
हम तो कहैं तुमको भवभंजन
बात निराली , तुम्हारी –ए – भगवन
त्रिशूलधारी , तुम पिनाकधारी
मिटते कष्ट , हमारे क्षण – क्षण
भद्र्कपिल , तुम भोरानाथ हमारे
कष्ट हरो प्रभु मेरे प्यारे
भूतनाथ तुम भूतपति हो
भस्मप्रिय , भालचंद्र तुम्हीं हो
चरणों में है मस्तक मेरा
जीवन में तुम करो सवेरा
भूतात्मा हो भूतवाहन हो तुम
त्रिलोचन हो , भाललोचन हो तुम
भृंगी , भोलानाथ, त्रिशूली
त्रिजट , त्रिचक्षु , शंकर हो तुम
महिमा तुम्हारी अपरम्पार
शिव करो मेरी नैया पार
त्र्नेत्र , त्र्यम्बक , भूतवाहन तुम
खिल जायें सबके तन – मन
करते शिव हम तेरा वंदन
करो उद्धार , हे देव पावन
हम करैं पुष्प तुम्हें अर्पण
जीवन मेरा आप को अर्पण
जीवन मेरा आप को अर्पण
जीवन मेरा आप को अर्पण
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