Thursday 3 September 2015

चाँद को आशियाँ बनाने में क्या रखा है

चाँद को आशियाँ बनाने में क्या रखा है


चाँद को आशियाँ बनाने में क्‍या रखा है
चलो इस धरती को चाँद सा रोशन कर दें

आसमां को छूने की गर है तमन्ना तेरी
अपने पंखों को हौसलों की उड़ान से रोशन कर लो

माना राहों में आता है मुश्किलों का समंदर
हौसलों ने किये स्थापित आदर्शों के कीर्तिमान



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