राम नाम की लूट है
राम नाम की लूट है , लूट
सके तो लूट
जप ले बन्दे राम नाम, कहीं
जग न जाए छूट
जप ले राम नाम सुन्दर ,अति
पावन
पल में प्रलय होगी , तो सब
जाएगा छूट
राम के आदर्शों से , रोशन
हो ये जीवन
खिल जाए अंतर्मन और पुष्पित
हो जीवन
राम सभी के कष्ट निवारें,
करें संस्कार सुसज्जित
मानव जीवन हो आदर्श की
पूँजी , हो जाएँ सब पूजित
राम हमारे, तुम पूज्य
हमारे, सुन लो हमरी पीर
तुम बिन है अब कौन हमारा,
नहीं है हमको धीर
कौशल्या के नन्द दुलारे ,
दशरथ के तुम प्यारे
पुण्य करो हम सबका जीवन, नयनों
में न हो नीर
लक्ष्मण सा स्नेह दो हमको,
भारत सी दे दो भक्ति
मन सबका तुम पर ही रीझे, दे
दो इतनी शक्ति
पावन कर दो सबका जीवन, बलि-
बलि जाएँ तुम पर
चरण कमल का देकर सहारा,
जीवन हों सब निर्मल
राम नाम की महिमा न्यारी,
दो आदर्श की पूँजी
इस पूँजी के आगे , महिमा
कोई न दूजी
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