Friday, 25 September 2015

राम नाम की लूट है

राम नाम की लूट है

राम नाम की लूट है , लूट सके तो लूट
जप ले बन्दे राम नाम, कहीं जग न जाए छूट

जप ले राम नाम सुन्दर ,अति पावन
पल में प्रलय होगी , तो सब जाएगा छूट

राम के आदर्शों से , रोशन हो ये जीवन
खिल जाए अंतर्मन और पुष्पित हो जीवन

राम सभी के कष्ट निवारें, करें संस्कार सुसज्जित
मानव जीवन हो आदर्श की पूँजी , हो जाएँ सब पूजित

राम हमारे, तुम पूज्य हमारे, सुन लो हमरी पीर
तुम बिन है अब कौन हमारा, नहीं है हमको धीर

कौशल्या के नन्द दुलारे , दशरथ के तुम प्यारे
पुण्य करो हम सबका जीवन, नयनों में न हो नीर

लक्ष्मण सा स्नेह दो हमको, भारत सी दे दो भक्ति
मन सबका तुम पर ही रीझे, दे दो इतनी शक्ति

पावन कर दो सबका जीवन, बलि- बलि जाएँ तुम पर
चरण कमल का देकर सहारा, जीवन हों सब निर्मल

राम नाम की महिमा न्यारी, दो आदर्श की पूँजी
इस पूँजी के आगे , महिमा कोई न दूजी




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