शुभचिंतक
शुभचिंतक का चुनाव अवसरवादिता नहीं होना चाहिए |
मानवीय मूल्यों से ओतप्रोत, संवेदनाओं से परिपूर्ण, नैतिक
मूल्यों से ओतप्रोत सामाजिक प्राणी, समर्पण का भाव आदि
विशेषतायें एक शुभचिंतक के विशेष गुण माने जाते हैं |
शुभचिंतक वह प्राणी होता है जिसके जीवन का उद्देश्य केवल
शुभ चिंतन होता है |उसके जीवन में प्रत्युपकार के ल्रिए कोई
स्थान नहीं होता | समाज में ऐसे प्राणियों का आजकल अभाव
देखा जा रहा है | मानव द्वारा मानव कल्याण हित किये जाने
वाले प्रयासों से ही समाज में शुभचिंतकों की संख्या में वृद्धि की
जा सकती है | शुभचिंतकों को पूरा-पूरा सम्मान दिया जाना
अतिआवश्यक है ताकि ऐसे चरित्रों के स्वाभिमान को ठेस न
पहुंचे |शुभचिंतक समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत होते हैं।
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