पीने वालों को खबर क्या
पीने वालों को खबर क्या , जिन्दगी क्या चीज हैं
पीते हैं , पीते हैं , पीते हैं, बस पीते हैं
होश में आते नहीं, होश में रहते नहीं
पीने वालों को खबर क्या , जिन्दगी क्या चीज है.
चार घूँट जाम के पीके , भूल जाते हैं ये सब
ये क्या जानें ये क्या मानें , खुदाई क्या चीज है
पीने वालों को खबर क्या , जिन्दगी क्या चीज है.
इनकी दुनिया भी अजब, होती है मेरे दोस्तों
पीना इनका ईमान है , पीना इनकी खुदाई
पीने वालों को खबर क्या , जिन्दगी क्या चीज है.
पीते हैं, सो जीते हैं, जीते हैं , सो पीते हैं
पीने वालों को खबर क्या , जिन्दगी क्या चीज है.
पीने वालों को खबर क्या , जिन्दगी क्या चीज हैं
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