कंचन
कर
दो
काया
मेरी
,
हे
नटनागर
हे
गिरधारी
कंचन
कर
दो
काया
मेरी
,
हे
नटनागर
हे
गिरधारी
चरण
कमल
में
ले
लो
मुझको
,
पावन
हो
फुलवारी
नंदनंदन
मुझे
चरण
में
ले
लो
,
हो
जाऊं
बलिहारी
निर्धन
पर
हो
दया
प्रभु
तेरी
,
दीनन
के
हितकारी
अहंकार
से
मुझे
बचाना
.
रहूँ
मैं
चरण
तुम्हारी
चन्दा
सा
तुम
मुझे
पावन
कर
दो
,
मैं
तुम
पर
बलिहारी
मात
– पिता
को
शीश
नवायें
,
ऎसी
हो
नियति
हमारी
धर्म
मार्ग
पर
बढ़ता
जाऊं
,
कृपा
करो
गिरिधारी
सत्कर्म
राह
दिखलाओ
कान्हा
,
कृपा
करो
बनवारी
सरिता
सा
मुझे
पावन
कर
दो
,
हे
दीनन
हितकारी
माया
मोह
से
मुक्त
करो
प्रभु
,
हे
प्रभु
कृष्ण
मुरारी
तेरी
महिमा
के
गुण
गाऊँ
,
हे
नटनागर
हे
गिरिधारी
तेरा
रूप
मनोहर
कान्हा
,
हे
ग्वालन
हितकारी
वंशी
की
धुन
सभी
को
भाये
,
हे
मनमोहन
हे
गिरिधारी
भक्ति
मार्ग
पर
ले
लो
मुझको
,
तुम
पर
मैं
बलिहारी
जीवन
पावन
कर
दो
मेरा
,
हे
प्रभु
कृष्ण
मुरारी
मोक्ष
मार्ग
पर
लाओ
मुझको.
मैं
तुम
पर
बलिहारी
कंचन
कर
दो
काया
मेरी
,
हे
नटनागर
हे
गिरधारी
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