Wednesday, 10 December 2014

पाक दामन सा आशियाँ हो मेरा

पाक दामन सा आशियाँ हो मेरा

पाक दामन सा आशियाँ हो मेरा
उस आशियाँ पर करम हो तेरा
मैं तेरी राह को अपनी राह कहूं
ऐसी इबादत खुदा मैं तेरी करूं

सुना है तू बड़ा नेकदिल है मेरे खुदा
हो तेरी एक नज़र , मुझ पर भी मेरे खुदा
इस कायनात को अपना नूर बख्श दे तू
हर एक शख्स  पर करम हो जाए तेरा

गर्दिश में  भी तेरा एह्सास रहे कायम
क़ुबूल इतनी तेरी दुआ करना
तेरे हुज़ूर में गुजरें रात – दिन मेरे
चांदनी सा हो रोशन आशियाँ मेरा

खिलाया है तूने , सभी को अपनी गोदी में
अपनी औलाद सा हमें प्यार देना
हमें मालूम है तेरी इबादत का असर
क़ुबूल हम सब की दुआ करना

गुनाह हम से जो हो जाए तो
नासमझ अपनी पनाह में लेना
बदकिस्मत हैं वो जिनको तेरा सहारा नसीब नहीं

हो सके तो मेरे मौला उन पर भी करम करना 

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