जागृति
और संकल्प ,
जीवन
के
रूपांतरण का आधार
जागृति
और संकल्प ,
जीवन
के
रूपांतरण का आधार
मनुष्य
संसार में केवल प्रसन्न होना
ही
जीवन का आधार नहीं
सम्पूर्ण
मानवता के श्रेष्ठता का सृजन
ही जीवन का लक्ष्य
उदारता
और ईमानदारी श्रेष्ठ जीवन के
मुख्य स्रोत
मानव
ह्रदय की दुर्बलताओं पर विजय
पाना जीवन का उद्देश्य
जागृति
का सत्य केवल और केवल
ज्ञान मार्ग में निहित
सत्य
और असत्य को जानने का एक
अभिगम
है जागृति
उचित
– अनुचित की कसौटी पर स्वयं
को परखते हुए
जीवन
को सही दिशा दिखाने को मार्ग
है
जागृति
अहंकार
चेतना के सत्यरूपी प्रकाश पर
छाया घना कोहरा है
इस
घने कोहरे को हटाने का एकमात्र
प्रयास जागृति है
स्वयं
के आंतरिक जगत को समझना ,
जानना
और उसे जीवंत बनाए रखना
ही
जागृति है
जीवन
को समझना ,
उसकी
गरिमा को
जीवंत बनाए रखना
जागृति है
जीवन
की सार्थकता स्वयं को
गंभीरतापूर्वक
लेने में है
मानव
और मानवता के पतन का
वर्तमान
युग
भविष्य
के गर्त में छुपी कुंठित
संस्कृति
का संकेत
चिंतन
राह पर प्रस्थित होने को मजबूर
करता
बार
– बार यही दोहराता ,
क्यों
है तू
संकल्प मार्ग से अनजान
संकल्प
!
स्वयं
को प्रेरित कर धार्मिक
दर्शन
की और
जागृत
कर स्वयं को प्रस्थित कर उस
राह पर
जहां
जीवन ,
जीवन
की भाँति स्वयं
को अवलोकित
करे
संकल्प
!
उस
नवजीवन का जो विचरण
करे दर्शन
पथ पर
जागृति
जो वर्तमान में व्याप्त कुंठाओं
को समाप्त कर
भविष्य
की राह को पुष्पित वा पल्लवित
करे
संकल्प
जो जीवन मूल्यों को आदर्श
पथ की और मुखरित करे
जीवन
के अर्थ का ज्ञान ,
जीवन
की
पूर्णता का आभास
चिंतन
उस पथ का जो मानवतापूर्ण
व्यवहार
को जन्म दे
संकल्प,
प्रकृति
और मानव के बीच का
संतुलन
स्थापित करने का
संकल्प
जो जागृत करे मानव हित
मानवतापूर्ण
संस्कृति व संस्कार
मानव
पूर्ण मानव बनने की और अग्रसर
हो यही एकमात्र प्रयास हो
जागृति
और संकल्प का
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