Friday, 12 December 2014

फना हो जाएगी शख्सियत तेरी


 
फना हो जाएगी शख्सियत तेरी 
 
फना हो जायेगी शख्सियत तेरी
फिरे जो उस खुदा की राह से तू 
 
तरक्की का कोई लाजवाब सिला ढूंढो
नाउम्मीदी भी उम्मीदी जगा देगी


काबिल होते हैं वही इस राहे दौर में
पाक – साफ़ होती हैं राहें जिनकी 
 
किताबें जिन्दगी का आइना हो जायें
पढ़ो जो इन्हें बंदगी की तरह


ख्याल हो कि मुझको प्रयास करना है
किस्मत के सहारे जिन्दगी नहीं कटती 
 
खुद को कुर्बान कर उस खुदा के लिए
वरना ख़ाक में मिल जायेगी शख्सियत तेरी


खामोश रह कर भला नहीं होगा
दो बोल प्यार के बोल ज़रा , महक जायेगी 
किस्मत तेरी 
 
ख़्वाब पूरे हुए हैं उसके ,जो नेक ख्यालों से 
बढ़ा
लिख दे कुछ इबारत , जिन्दगी तेरी फूल सी 
खिल जायेगी




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