फना
हो जाएगी शख्सियत तेरी
फना
हो जायेगी शख्सियत तेरी
फिरे
जो उस खुदा की राह से तू
तरक्की
का कोई लाजवाब सिला ढूंढो
नाउम्मीदी
भी उम्मीदी जगा देगी
काबिल
होते हैं वही इस राहे दौर में
पाक
– साफ़ होती हैं राहें जिनकी
किताबें
जिन्दगी का आइना हो जायें
पढ़ो
जो इन्हें बंदगी की तरह
ख्याल
हो कि मुझको प्रयास करना है
किस्मत
के सहारे जिन्दगी नहीं कटती
खुद
को कुर्बान कर उस खुदा के लिए
वरना
ख़ाक में मिल जायेगी शख्सियत
तेरी
खामोश
रह कर भला नहीं होगा
दो
बोल प्यार के बोल ज़रा ,
महक
जायेगी
किस्मत तेरी
ख़्वाब
पूरे हुए हैं उसके ,जो
नेक ख्यालों से
बढ़ा
लिख
दे कुछ इबारत ,
जिन्दगी
तेरी फूल सी
खिल जायेगी
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