Tuesday, 11 February 2014

हे जीवन संगिनी

हे जीवन संगिनी

हे जीवन संगिनी , हे प्रिया
वसुंधरा सा आँचल तेरा
हे अर्धांगिनी , हे सुंदरी
पूर्ण ज्योत्स्ना बरसातीं तुम

के कामिनी , हे वधु तुम
सरिता सी पावन तुम
हे कलत्र , हे वामा तुम
देवी सा है रूप तुम्हारा

हे वामांगी , हे प्रिये तुम
मंदाकिनी सा स्पर्श तुम्हारा
हे गृहणी , हे प्रिये तुम
सौन्दर्य तेरा , है मुझको भाता

हे प्रिय , मेरी जीवनसाथी
पावन , निर्मल संग तुम्हारा
हे जीवन संगिनी , हे प्रिया
वसुंधरा सा , आँचल तेरा |











No comments:

Post a Comment