Tuesday, 11 February 2014

संस्कृति की बात करो

संस्कृति की बात करो

संस्कृति की बात करो
संस्कारों की बात करो
हो सके तो , हो सके तो , देशवासियों
आदर्शों की बात करो
आदर्शों की बात करो

देश प्रेम की बात करो
सर्वधर्म हित की बात करो
हो सके तो , हो सके तो , देशवासियों
तुम शहीदों की बात करो
तुम शहीदों की बात करो

जो मिटे है इस देश पर
उन वीरों की बात करो
हो सके तो , हो सके तो , देशवासियों
त्योहारों की बात करो

कुछ पुष्प खिलाओ धरा पर
हरियाली की बात करो
हो सके तो , हो सके तो , देशवासियों
मातु गंगे की बात करो

बीच धार में डूबे सभी
तुम किनारों की बात करो

सब आधुनिकता की दौड़ में फंसे
तुम  सभ्य समाज की बात करो
हो सके तो , हो सके तो , देशवासियों
देश उत्थान की बात करो

भटके अन्धकार में सभी
तुम उजाले की बात करो

मानव हुआ अब अमानुष
मानवता की बात करो

अभिमान में डूबे सभी
संकल्पों की बात करो



No comments:

Post a Comment