मेरा विद्यालय
मेरा विद्यालय मेरे शहर का
नूर हो गया
फूलकर मेरा सीना चौड़ा
भरपूर हो गया
मेरे विद्यालय की शान
निराली है
मेरे विद्यालय के बच्चों की
सूरत भोली भाली है
मेरे विद्यालय के बच्चों का
पढ़ाई में नहीं कोई सानी है
इन्हें पढ़ाई करते समय
आती याद नहीं नानी है
मेरे विद्यालय में हम
समय पर प्रार्थना में जाते हैं
करते हैं प्रभु को याद
और आशीर्वाद पाते हैं
मेरे विद्यालय में हम
पुस्तकालय में जाते हैं
किताबें , मेगज़ीन पढ़ते हैं
अपना ज्ञान बढाते हैं
मेरे विद्यालय के शिक्षकों की
बात ही निराली है
शिक्षण में इनका नहीं कोई सानी है हरा – भरा और खुला मैदान यहाँ
फूल और पेड़ों की न्यारी छटा यहाँ
मन को हमारे प्रफुल्लित कर जाती है
बच्चों के मन में देश प्रेम
भावना जागते यहाँ
शिक्षक सभी गुरु रूप में
पूजे जाते हैं
मेरा विद्यालय मेरे शहर का
नूर हो गया
फूलकर मेरा सीना चौड़ा
भरपूर हो गया
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