मुझे वो गुजरा ज़माना याद आया
मुझे वो गुजरा ज़माना याद आया
वो तेरी जुल्फों का सिराना याद
आया
कि मिलते थे हम छुप - छुपकर
वो तेरा मुस्कुराना याद आया
गज़ब की अदाओं से नवाज़ा था खुदा ने
तुझको
वो तेरा गली से गुजरना याद आया
फुर्सत के पलों में बनाया था खुदा
ने तुझको
वो धीरे से तेरे आँचल का सरकना
याद आया
हुस्न के चर्चे थे शहर में तेरे
जानम
वो छुप – छुपकर मिलना याद आया
तेरे दीदार को जब तरसा करते थे हम
वो छत पर अँधेरे में मिलना याद
आया
गुजरा करते थे तेरी गली में जब भी
वो तेरा मुंडेर पर जुल्फों का
संवारना याद आया
सोचा न था कभी हमारा होगा मिलन
मुहब्बत के खुदा को हम पर रहम आया
मुझे वो गुजरा ज़माना याद आया
वो तेरी जुल्फों का सिराना याद
आया
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