सपनों
को मेरे साकार होना ही होगा
सपनों
को मेरे साकार होना ही होगा
ख्वाहिशों
को मेरी संवारना ही होगा
सितारे
गगन में झिलमिलाकर रहेंगे
संघर्षों
में मुझको संभालना ही होगा
ज़माने
से आगे मुझको निकलना ही होगा
सितारा
आसमान का मुझको बनना हे होगा
अरमानों
को मेरे सजना ही होगा
खुदा
को करम मुझ पर करना ही होगा
गरीबों
के आंसुओं को मुझे पीना ही होगा
गिरते
हुए राही को मुझे उठाना ही होगा
आशिक
उस खुदा का मुझको होना ही होगा
इंसानियत
को मुझे गले लगाना ही होगा
प्यार
का एक आशियाना बनाना ही होगा
चंद
सिक्के गरीबों पर मुझे लुटाना ही होगा
इबादत
में समय मुझे बिताना ही होगा
खुशबू
सा महकता चमन मुझको बनाना हे होगा
खुदा
को दिल में बसाना ही होगा
प्यार
से सबको गले लगना ही होगा
एहसान
दूसरे का चुकाना ही होगा
गुरु
किसी को अपना बनाना ही होगा
कुदरत
से रिश्ता बनाना ही होगा
देश
पर खुद को लुटाना ही होगा
कलम
से दोस्ती मुझको करनी ही होगी
पाठकों
से मुझको रिश्ता बनाना ही होगा
परेशानियों
के दौर से गुजरना ही होगा
एक
नया आसमान बनाना ही होगा
ख्यालों
में उसको लाना ही होगा
किया
हुआ वादा निभाना ही होगा
गुजारिश
उस खुदा से करनी ही होगी
उसके
दर पर खुद को ले जाना ही होगा
गर्दिश
के दिन भूलने ही होंगे
आने
वाले कल को सजाना ही होगा
गुलिस्तां
में कुछ फूल खिलाना ही होगा
इस
धरती को चमन बनाना ही होगा
गुलिस्तां
को गुलज़ार करना ही होगा
खुशबू
से रिश्ता बनाना ही होगा
ग़मों
से भी यारी निभानी तो होगी
किसी
रोते को हंसाना ही होगा
एक
दिन तो इस दुनिया से जाना ही होगा
उस
खुदा को मुंह दिखाना ही होगा
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