हम
तेरे
शहर
में
आये
हैं
हम
तेरे
शहर
में
आये
हैं
तुझे
मिलने
को
सनम
मैं
अज़ीज़
हूँ
तुझे
इसका
सबूत
दे
दे
सनम
अजनबी
कहना
न
मुझको
अपने
शहर
में
मुझे
वरना
छप
जायेगी
अखबार
में
मेरे
जाने
की
खबर
कौन
कहता
है
मुहब्बत
के
पर
नहीं
होते
तेरे
दीदार
को
बिना
परों
के
उड़
आये
सनम
मुझे
दो
पल
के
लिए
अपनी
आगोश
में
ले
ले
काश
हो
जाए
हमारी
मुहब्बत
पर
उस
खुदा
का
करम
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