वह खिलना चाहती थी
वह उड़ना चाहती थी
उसके भी कुछ सपने थे
उसके मन की व्याग्र्ता
उसे सोने नहीं देती थी
फिर ऐसा क्या हुआ
क्यों बिखरे सपने उसके
क्यों वह उड़ान न भर सकी
क्यों वह खिल न सकी
क्या यही है आज की
लड़कियों का भाग्य
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