नव वर्ष की मंगल गाथा हो
नव वर्ष की मंगल गाथा हो , चहुँ और संस्कारों
का मेला हो
सामाजिकता में नैतिकता हो , विचारों में
पवित्रता हो
नव वर्ष की मंगल गाथा हो , चहुँ और संस्कारों
का मेला हो
कर्मों में सात्विकता हो , संस्कृति में
गतिशीलता हो
जीवन में पुण्य प्रकाश हो , चहुँ ओर
धार्मिकता हो
नव वर्ष की मंगल गाथा हो , चहुँ और संस्कारों
का मेला हो
विलक्षण सभी चरित्र हों , दिलों में सहृदयता
हो
आधुनिकता का प्रकास्ध क्षीण हो , विचारों में
सात्विकता हो
नव वर्ष की मंगल गाथा हो , चहुँ और संस्कारों
का मेला हो
धर्म की विजय हो , अधर्म का नाश हो
मान –
सम्मान और यश हो , स्वयं पर नियंत्रण हो
नव वर्ष की मंगल गाथा हो , चहुँ और संस्कारों
का मेला हो
देवालयों में शंखनाद हो , गिरिजाघरों में
घंटनाद हो
गुरुद्वारों में सतनाम गूंजे , मस्जिदों में
अज़ान हो
नव वर्ष की मंगल गाथा हो , चहुँ और संस्कारों
का मेला हो
कर्तव्यनिष्ठ हर एक चरित्र हो , आत्म सम्मान
सर्वोपरि हो
नारियां वीरांगना हों , युवा देश का आइना हों
नव वर्ष की मंगल गाथा हो , चहुँ और संस्कारों
का मेला हो
पराक्रम का भाव हो , पराकाष्ठा का भाव हो
प्रेरणा का भाव हो , प्रगति का भाव हो
नव वर्ष की मंगल गाथा हो , चहुँ और संस्कारों
का मेला हो
संकल्प मार्ग का जोर हो , आदर्श मार्ग का शोर
हो
सुशिक्षित हर चरित्र हो , संयम का भोर हो
नव वर्ष की मंगल गाथा हो , चहुँ और संस्कारों
का मेला हो
हृदयता में कोमलता हो , जीवन में अनुशासन हो
उन्नति का भाव हो , एक दूसरे का अभिवादन हो
नव वर्ष की मंगल गाथा हो , चहुँ और संस्कारों
का मेला हो
चेहरों पर मुस्कान हो , चेहरों पर कांति हो
मन में संतोष हो , मन में शांति हो
नव वर्ष की मंगल गाथा हो , चहुँ और संस्कारों
का मेला हो
एक दूसरे का अभिनन्दन हो , एक दूसरे का
सम्मान हो
सभी का अत्कार हो , सभी का सम्मान हो
नव वर्ष की मंगल गाथा हो , चहुँ और संस्कारों
का मेला हो
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