चंचल
हवाओं
कोई
मधुर
गीत
गाओ
चंचल
हवाओं
कोई
मधुर
गीत
गाओ
बहारों
की
तुम
रागिनी
है
सुनाओ
चंचल
हवाओं
कोई
मधुर
गीत
गाओ
पतझड़
का
ख्याल
दिल
में
न
आये
ऐसी
वसंत
की
फुहार
तुम
सुनाओ
चंचल
हवाओं
कोई
मधुर
गीत
गाओ
बादलों
की
सी
मस्त
चाल
में
तुम
गाओ
बारिश
की
बूंदों
की
मधुर
तान
तुम
सुनाओ
चंचल
हवाओं
कोई
मधुर
गीत
गाओ
भीगें
सब
तन
और
मन
ऐसी
तान
तुम
सुनाओ
ह्रदय
में
प्रे
पीर
जागे
ऐसे
गीत
तुम
गुनगुनाओ
चंचल
हवाओं
कोई
मधुर
गीत
गाओ
नदियों
की
मधुर
– मधुर
सी
चाल
का
संगीत
ऐसी
ही
रागिनी
,
जीवन
में
तुम
जगाओ
चंचल
हवाओं
कोई
मधुर
गीत
गाओ
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