Thursday, 14 January 2016

सत्य

 सत्य  

सत्य के एक छोर पर पुरुष है, तो दूसरे छोर पर स्त्री
सत्य के एक छोर पर पौरुष है, तो दूसरे छोर पर स्त्रीत्व

सत्य का एक छोर जीवन से सम्बद्ध , तो दूसरा मृत्यु से
सत्य का एक छोर बालपन की चंचलता , तो दूसरी ओर
वृद्धावस्था का बालहठ

सत्य का अपना आरम्भ, सत्य का अपना अंत
सत्य न तो कभी हारता है न जीतता

सत्य का अपना धरातल , सत्य का अपना चरम
सत्य का अपना सफ़र, सत्य की अपनी ही मंजिल

सत्य का अपना कड़वापन, सत्य की अपनी कठोरता
सत्य , सत्य से पोषित, सत्य की अपनी कटुता

सत्य, संस्कारों से पोषित, सत्य आदर्शों का पर्याय
सत्य का अपना ही राग, सत्य का अपना ही अलग संगीत

सत्य के मायने हज़ार, सत्य की मंजिल एक
सत्य की अपनी ही कांति, सत्य की अपनी ही गति

सत्य की अपनी ही सामर्थर्य, सत्य का अपना वर्चस्व
झूठ क्या डराए सत्य को, सत्य की संकल्पना अनेक

सत्य का अपना झरोखा, सत्य का अपना आशियाँ
सत्य को  क्गाया डिगायेगा कोई, सत्य का अपना किनारा

सत्य का अपना ही दर्शन, सत्य की अपनी ही माया
सत्य का अपना ही मनोविज्ञान, सत्य की अपनी ही दिशा

सत्य का अपना देवालय, सत्य का अपना गुरद्वारा
सत्य का अपना अलग चर्च , सत्य का अपना मस्जिद

सत्य का अपना आवरण, सत्य प्रभावित न होता
सत्य जीवन का देव मंदिर, सत्य आत्मा को पुष्पित करता

सत्य की अपनी ही नाव, सत्य का अपना ही नाविक
सत्य का अपना ही परिणाम, सत्य की अपनी ही सजीवता

सत्य  की स्वयं की अदालत, सत्य स्वयं का न्यायाधीश
सत्य की स्वयं की परिधि, सत्य की स्वयं की पावनता

सत्य कभी पराजित नहीं होता, सत्य स्वयं से पुरस्कृत
सत्य की स्वयं की पाठशाला, सत्य के स्वयं के शिक्षक

सत्य का अपना ही गुलशन, सत्य का अपना ही उपवन
सत्य की अपनी ही प्यास, सत्य का अपना ही जलपात्र

सत्य की महिमा को जानो, सत्य के अम्बर को पहचानो
सत्य बसता मेरे हृदय मैं, सबके हृदय में
सत्य की कोमल मुस्कान, कोमल हृदय को पहचानों

सत्य के एक छोर पर पुरुष है, तो दूसरे छोर पर स्त्री
सत्य के एक छोर पर पौरुष है, तो दूसरे छोर पर स्त्रीत्व

सत्य का एक छोर जीवन से सम्बद्ध , तो दूसरा मृत्यु से
सत्य का एक छोर बालपन की चंचलता , तो दूसरी ओर
वृद्धावस्था का बालहठ






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