चलो ईद मनाएं मिलकर , होली के रंग सजाएं मिलकर
चलो ईद मनाएं मिलकर , होली के रंग सजाएं मिलकर
पीर दिलों की मिटाकर , दीपावली के दीये सजाएं मिलकर |
क्यूं कर हो जाएँ , हम कुटिल , अधर्मी राजनीति के शिकार
आओ इस वतन को , खूबसूरत आशियाँ बनाएं मिलकर |
चलो मनाएं क्रिसमस , प्रकाश पर्व मिलकर
धर्म के ठेकेदारों को आओ , सच का आइना दिखाएँ मिलकर |
वो करते हैं धर्म की राजनीति , एक अदद कुर्सी की खातिर
आओ चलो इस दुश्चारित्रों को कुर्सी से गिराएं मिलकर |
चलो ओणम , पोंगल , बिहू , लोहड़ी मनाएं मिलकर
संस्कृति और संस्कारों का एक कारवाँ रोशन करें मिलकर |
क्यूं कर इंसानियत शर्मशार हो रही पल – पल
चलो इंसानियत का ज़ज्बा , हर एक शख्स में जगाएं मिलकर |
मनाएं सभी त्यौहार , सभी धर्मों के एक साथ मिलकर
उत्सवों , त्योहारों का एक खूबसूरत कारवाँ सजाएं मिलकर |
क्यूं कर हमारी एकता और अखंडता पर हो कुटिल राजनीति की नज़र
चालू राजनीतिज्ञों को एकता का पाठ पढ़ाएं मिलकर |
चलो ईद मनाएं मिलकर , होली के रंग सजाएं मिलकर
पीर दिलों की मिटाकर , दीपावली के दीये सजाएं मिलकर |
क्यूं कर हो जाएँ , हम कुटिल , अधर्मी राजनीति के शिकार
आओ इस वतन को , खूबसूरत आशियाँ बनाएं मिलकर |
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