विचार
मानव मन को संयमित करने से लालसाओं पर विराम लग जाता है और जीवन सादगी से परिपूर्ण हो जाता है | लालसाओं में खुद को उलझाना अर्थात जीवन को दिशा भ्रमित करना है | लालसाओं में फंसना अर्थात सारी जिन्दगी भागते रहना है और कभी न समाप्त होने वाली दौड़ का हिस्सा होना है |
अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”
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