चित्त को अपने स्थिर रखेगा जो
तू
चित्त को अपने स्थिर रखेगा
जो तू
गागर में सागर हो जायेंगे
प्रयास तेरे
मंजिल की दिशा में निगाह
रखेगा जो तू
गागर में सागर हो जायेंगे
प्रयास तेरे
कीमत समय की समझने लगेगा जो
तू
गागर में सागर हो जायेंगे
प्रयास तेरे
स्वयं पर विश्वास करने लगेगा
जो तू
गागर में सागर हो जायेंगे
प्रयास तेरे
स्वयं को आत्मविश्वासी बना
लेगा जो तू
गागर में सागर हो जायेंगे
प्रयास तेरे
स्वयं की योग्यता पहचान
लेगा जो तू
गागर में सागर हो जायेंगे
प्रयास तेरे
गीत प्रयासों के गाने लगेगा
जो तू
गागर में सागर हो जायेंगे
प्रयास तेरे
कोशिशों का समंदर सजाने
लगेगा जो तू
गागर में सागर हो जायेंगे
प्रयास तेरे
सफलता का श्रेय प्रभु को
समर्पित करेगा जो तू
गागर में सागर हो जायेंगे
प्रयास तेरे
खुद से जो आँखें मिलाने
लगेगा जो तू
गागर में सागर हो जायेंगे
प्रयास तेरे
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