हे मन बसिया , हे मन बसिया
हे मन बसिया , हे मन बसिया
भक्ति की जोत जलाओ मेरे रसिया
मृग तृष्णा से हमें बचाओ
मन मंदिर बस जाओ मोरे रसिया
करूँ प्रार्थना हाथ जोड़ मैं
ज्ञान की राह दिखाओ मन बसिया
पर निंदा से बचा रहूँ मैं
सत्संग मार्ग ले जाओ मोरे रसिया
मन को मेरे पावन करना
किसलय सा कोमल मन रसिया
अहंकार मुझको न छूवे
अभिनन्दन की राह ले जाओ मन बसिया
चरण कमल तेरे मैं बलि - बलि जाऊं
कृपा करो मेरे मन बसिया
सौभाग्य से मुझको रोशन करना
सच का ज्ञान कराओ मोरे रसिया
मेरा भरोसा कायम रखना
मुझको दास बनाओ मेरे रसिया
तेरी दया का पात्र बनूँ मैं
मुझको अपना बनाओ मन बसिया
भोग - विलास में मैं न उलझूं
उपकार करो मेरे मन बसिया
पर उपकार जीवन हो मेरा
कर्तव्य मार्ग पर लाओ रसिया
अनुनय विनय करूँ मैं प्रभुजी
मुझको दरश दिखाओ मन बसिया
पुष्प बन उपवन खिलूँ मैं
ऐसे भाग्य जगाओ मन बसिया
प्रभु भक्ति में जीवन गुजरे
भक्ति की जोत जलाओ मोरे रसिया
मुक्ति जीवन उद्देश्य हो मेरा
मोक्ष की राह दिखाओ रसिया
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