Sunday 23 August 2015

मत गिनो परिंदों के पर , परिंदों की उड़ान देखो

मत गिनो परिंदों के पर , परिंदों की उड़ान देखो
मत देखो चेहरों को, चेहरों की मुस्कान देखो
मत हंसो गिरने वालों पर, उनकी कोशिश का
आगाज़ देखो
मत उड़ाओ किसी का मजाक, वक़्त का अंजाम




मत देखो किसी के झूठ को, मन की भावनायें
देखो 
मत देखो किसी के जो भीलर की सहदयता
देखो
मल करो संदेह किसी , स्वयं का अभिमान
देखो
मत करो परिहास एसी समय का परिणाम
देखो




मत करो पराजय जी जीत का गुणगान
देखो
मत करो परिवाद किसी का, स्वाभिमान का
यशगान देखो
मत कहो पागल किसी को, परिस्थितियों का
अंजाम देखो
मत करो पाखण्ड पूजा, धर्म मानवता का
यशगान देखो




मत हंसो किसी याचक पर, अभाव का वरदान
देखो
मत करो प्रतिकार किसी का, सत्कार का अंजाम
देखो
मत करो असत्य का समर्थन, सत्य का यशगान
देखो
मत करो चीरहरण की बातें, सतीत्व रक्षा धर्म
समझो




मत लो प्रतिशोध किसी से प्यार. का अंजाम
देखो
मत करो संशय किमी त्याग और बलिदान
देखो
मत करो हिंसा किसी की, प्रेम का अंजाम देखो
मत करो यातना की बातें, उपकार का यशगान
देखो

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