Sunday 31 May 2020

नारी छवि


नारी छवि

हौले  - हौले बदल रही है नारी छवि
हौले  - हौले निखर रहे हैं हौसले
हौले  - हौले आसमां की ओर बढ़ती
हौले  - हौले खुद से प्यार करती

हौले  - हौले कर्तव्यपथ पर अग्रसर होती
हौले  - हौले स्वयं को संवारती
हौले  - हौले चीरती कुप्रथाओं की बेड़ियाँ
हौले  - हौले स्वयं का विस्तार होप्ती

हौले  - हौले अपने आसमां का विस्तार करती
हौले  - हौले संस्कारों को पल्लवित करती
हौले  - हौले संस्कृति का आधार होती
हौले  - हौले अँधेरे से उजाले की ओर अग्रसर होती

हौले  - हौले लांघती घर की दहलीज स्वयं को गर्वित करने
हौले  - हौले अपने अस्तित्व का बोध करती
हौले  - हौले जीवन में सामंजस्य स्थापित करती
हौले  - हौले स्वयं का अभिमान होती

हौले  - हौले स्वयं को समाज में स्थापित करती
हौले  - हौले बढ़ चल रही दूर आसमां की ओर
हौले  - हौले स्वयं के होने का एहसास करती
 हौले  - हौले नारी के चश्मे से बाहर आती नारी

हौले  - हौले बदल रही है नारी छवि
हौले  - हौले निखर रहे हैं हौसले
हौले  - हौले आसमां की ओर बढ़ती
हौले  - हौले खुद से प्यार करती

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