Sunday 31 May 2020

मुहब्बत के गीतों को


मुहब्बत  के गीतों को

मुहब्बत के गीतों को लबों पर सजाये रखना
यादों के चरागों को हमेशा जलाए रखना

मुहब्बत के आशियाँ को सजाये रखना
यादों का एक समंदर सजाये रखना

इश्क की पाकीज़गी रहे हर पल बरकरार
खूबसूरत यादों का एक कारवाँ सजाये रखना

जुनूने  - इश्क में लांघी थीं हमने सभी दीवारें
यादों के उस खुशनुमा गुलदस्ते को सजाये रखना

पीर दिल की किसी को न हो जाए उजागर
अपने हर एक गम को सीने में दबाये रखना

मुहब्बत को कर लिया था इबादते  - खुदा हमने
उस खुदा पर एतबार बनाए रखना

सजायी थी कुछ यादें उस खुशनुमा पल की
उन यादों का एक कारवाँ सजाये रखना

हमें जुदा करने की कोशिश की थी मुहब्बत के दुश्मनों ने बहुत
उन मुहब्बत के दुशमनों को माफ़ करने का ज़ज्बा दिल में जगाये रखना

क्यूं कर हम किसी से हो जाएँ खफ़ा
अपने दिल में मुहब्बत का ज़ज्बा जगाये रखना

कैसे  - कैसे सितम किये थे हम पर जमाने ने
खुदा के इन बन्दों के लिए दुआ करना

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