१.
अपने घर के चराग को , रखना संभालकर
जले तो रोशनी , बुझे तो अँधेरा
२.
दोस्ती वो दीया , जो रोशन तब तक
विश्वास की लौ , जिसमे जले जब तक
3.
बचपन की पाकीजगी को खुदा , ताउस्र
बरकरार रख
तेरे दर पर ताउमर ,सजदा करेंगे हम
4.
समंदर की लहरों से जूझकर , किनारा मिले
तो अच्छा हो
मेरी कोशिशों को मेरे खुदा , तेरे करम का
साया नसीब हो तो अच्छा हो
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