मनमोहन मेरी विनती सुन लो--भजन
मनमोहन मेरी विनती सुन लो ,मुझको अपना दास बना लो
हे कान्हा मेरी अरज सुन लो ,अपने चरणों की धूलि दे दो
वंशीधर मेरी विनती सुन लो ,भक्ति की मुझे राह दिखा दो
हे गिरिधर मेरी विनती सुन लो ,मुझको अपना अनुचर कर लो.
हे केशव मेरी अरज सुन लो, मन मेरा उल्लास से भर दो
हे माधव मेरी विनती सुन लो, अनुपम मेरी वाणी कर दो
हे मुरारी मेरी विनती सुन लो , रत्नाकर सा विशाल हृदय दे दो
हे राधे मेरी अरज सुन लो, मन मंदिर को पावन कर दो
हे कृष्णा मेरी अरज सुन लो , सरिता सा मुझे पावन कर दो
हे मोहन मेरी विनती सुन लो, अपने चरणों की मुझे सुधि दे दो
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