Tuesday 18 February 2020

मन


मन

मन के आँगन में उतरती
रंगबिरंगी तितलियाँ
जैसा रंग वैसा चिंतन
चल मन बूझें कोई पहेली
मन चंगा तो कठौती में गंगा
मन एक गहन गुफा है
जिसका कोई अंत नहीं
मन की भावना , चिंतन सर्वोपरि
मन सबका हो
पुष्प की खुशबू सरीखा
खुशबू हो सबकी पहचान
जगनू तभी तक चमकता है
जब तक वह उड़ता है
मन जब थक जाता है
तब अन्धकार का सामना करना पड़ता है
मन को श्रेष्ठ चिंतन में लगाना
जीवन को सफल करना है
गर जीवन नदी है तो मन कश्ती
गर मन तालाब है
तो विचार इसमें फेंके गए
कंकड़ से उपजे विचार
आत्मा की मनन शक्ति ही
मन की शक्ति
मन में विचारों का उमड़ना
मन का भटकते रहना
मनः स्थिति को प्रभावित करते
विचारों की दिशा बदलना
चिंतन का मार्ग परिवर्तित करना
मन को मारना नहीं दिशा देना है
मन पर अंकुश रखने में समर्थ होना
स्वयं को शांतिपूर्ण वातावरण में पुष्पित करना
मन को संयमित करने के लिए
सकारात्मक सोच का साथ होना जरूरी
मन का संयमित होना
मन का अनुशासित होना
मन का सकारात्मक सोच के साथ आगे बढना
मन का अपनी आदमियत को बरकरार रखना
मन का शिष्ट होना , सुशील होना
मन का किताबों से सन्देश की तरह परिपूर्ण होना
मन का स्वयं का एक समंदर और एक किनारा
मन को स्वयं के कायदों से पोषित करना
मन का अपनी ख्वाहिशों की संयमित रहते पूर्ण करना ही
 मन की सफलता है
यही पूर्ण जीवन है
यही है जीवन की सफलता का सत्य





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