Saturday 5 June 2021

विचारों को अपने एक पैगाम दे दो

विचारों को अपने एक पैगाम दे दो 


विचारों को अपने एक पैगाम दे दो 

विचारों से खुला एक आसमान दे दो 


क्यूं कर भटक जाएँ विचारों की राहें 

आत्मविश्वास से पोषित एक आसमान दे दो 


चिंतन का हो जाए एक रोशन समंदर 

विचारों को अपने इबादत का नाम दे दो 


चिंतन का एक गुलशन हो जाए रोशन 

विचारों को अपने इंसानियत नाम दे दो 


चिंतन का विषय मानव कल्याण हो निखरे 

विचारों को अपने मानवता नाम दे दो 


तेरे विचार इस प्रकृति को अलंकृत कर दें 

विचारों को अपने प्रकृति का पैगाम दे दो 


विचारों को अपने एक पैगाम दे दो 

विचारों से खुला एक आसमान दे दो 


क्यूं कर भटक जाएँ विचारों की राहें 

आत्मविश्वास से पोषित एक आसमान दे दो 



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