Sunday, 11 May 2025

हर एक शख्स का , आशियां हो रोशन

 हर एक शख्स का , आशियां हो रोशन

हर एक शख्स के , दिल मे हो सुकून I

हर एक शख्स की , पाकीजा हो शख्सियत
हर एक शख्स की , निगाह में हो मुहब्बत I

हर एक शख्स को मिले , मुहब्बत की छाँव
हर एक शख्स की , आँखों में हो शराफत I

हर एक शख्स का , उस खुद पर हो यकीन
हर एक शख्स का , इंसानियत पर हो यकीन II

No comments:

Post a Comment