Tuesday 5 September 2017

भव सागर से पार उतारो

भवसागर से पार उतारो

भवसागर से पार उतारो , हे मनमोहन हे गिरधारी
है प्रभु भक्तन के रखवारे, हे प्रभु दीनन के हितकारी

'पावन कर दो मन हम सबका, हम तुम पर जाएँ बलिहारी
चरण कमल प्रभु राखो हमको, चरण कमल जाएँ बलिहारी

है कान्हा है मुरलीधर, लीजो सुधि हमरी बनवारी
चंचल मन को पावन कर दो, जीवन हो जाए फुलवारी 

कान्हा तुमको ध्याऊँ कैसे , कैसे तुम पर जाऊं मैं वारी
पुण्य करो सब कर्म हमारे, ओ जीवन नैया के खेवनहारी

तेरे दर मैं आऊँ कैसे , राह बताओ गिरधारी
गीत तेरी महिमा के , गाऊँ कैसे गिरधारी

चरण कमल्र का दे दो सहारा , कृपा करो बनवारी
'तुझको प्रभु सर्वस्व समर्पण, जीवन धन मैं जाऊं वारी

मन मंदिर में तुम्हें बसाऊँ , मन मंदिर बस जाओ गिरधारी
जीवन नैया पार लगा  दो, हे पावन परमेश्वर , तुम पर मैं बलिहारी

भवसागर से पार उतारो , हे मनमोहन हे गिरधारी
है प्रभु अक्तन के रखवारे, हे प्रभु दीनन के हितकारी

'पावन कर दो मन हम सबका, हम तुम पर जाएँ बलिहारी
चरण कमल प्रभु राखो हमको, चरण कमल जाएँ बलिहारी




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