१.
चाँद तारों से पूछ लेंगे
तेरे होने का पता
क्यों छूपे बैठे हो
मेरी निगाहों से दूर
२.
चंद सितारे ज़मी पर क्या बिखरे
लोगों ने आसमां से नफ़रत कर ली
अनगिनत और खूबसूरत सितारों से रोशन
इस आसमां से ये नाइंसाफी क्यों
3.
इस दुनिया में हम है ही
हम ऐसा क्यूं समझें
किसी ग़मगीन के दर्द का
मरहम हो जाएँ , कुछ ऐसा करें
4.
हर एक मुसीबत,
एक खुशहाल जिन्दर्गी के आईने में ढाल
देगी एक दिन तुझको
क्यों कर मुसीबतों से डरकर
किनारा कर लें
5
क्यों समझते हैं लोग
इतना मुश्किल्र है आसान होना
जब इतना आसां है आसां होना
तो इसमें मुश्किल कैसी
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