तेरी महिमा के गुण , गाऊँ तो गाऊँ कैसे
तेरी महिमा के गुण , गाऊँ तो गाऊँ कैसे
तेरी शरण में कान्हा , आऊँ तो आऊँ कैसे
खुद को तुझ पर , लुटाऊँ तो लुटाऊँ कैसे
तेरी महिमा के गुण , गाऊँ तो गाऊँ कैसे
पुष्प अर्पित करें या , मैं करूँ फल अर्पित
कैसे करूँ वंदना तेरी, मैं तुझको रिझाऊँ तो रिझाऊँ कैसे
मुझको तो ये भी , पता नहीं कान्हा
ओ मुरली वाले , मैं तुझको मनाऊँ तो मनाऊँ कैसे
मेरी गलतियों को ,क्षमा करना कान्हा
तुझकों अपने घर मैं , बुलाऊँ तो बुलाऊँ कैसे
तूने जो कर लिया ,मुझे सेवक अपना
तेरे चरणों को ,पखारूँ तो पखारूँ कैसे
तेरी महिमा के गुण , गाऊँ तो गाऊँ कैसे
हर पल मेरा ,तेरी सेवा में गुजरे
तेरी चरणों की धूलि , माथे पर लगाऊँ कैसे
तेरी महिमा के गुण , गाऊँ तो गाऊँ कैसे
खुद को तुझ पर , लुटाऊँ तो लुटाऊँ कैसे
तेरी महिमा के गुण , गाऊँ तो गाऊँ कैसे
No comments:
Post a Comment