Thursday, 3 November 2016

किसी ने सोचा न था


किसी ने सोचा न था

फूल खिलने से पहले ही मुरझा जायेंगे
किसी ने सोचा न था

स्थिति इतनी भयावह हो जायेगी
किसी ने सोचा न था

'रिश्ते यूं बिखर जायेंगे
किसी ने सोचा न था

फूलों से खुशबू खो जायेगी
किसी ने सोचा न था.

आदमियत दुनिया से गुम हो जायेगी
किसी ने सोचा न था

इंसानियत यूं शर्मिन्दा हो जायेगी
किसी ने सोचा न था.

इबादत , इंतकाम का सबब हो जायेगी
किसी ने सोचा न था

धर्म पर होंगे कटाक्ष
किसी ने सोचा न था.

धर्म ग्रंथों के अस्तित्व पर उठेंगे सवाल
किसी ने सोचा न था.

चीरहरण ,समाज की कुरूपता का आईना हो जायेंगे
किसी ने सोचा न था

अतिथि ,  अतिथि न होकर बोझ होने लगेगे
किसी ने सोचा न था

सलिला अपनी पावनता खो देगी
किसी ने सोचा न था

“काम “मनोरंजन का विषय हो जाएगा.
किसी ने सोचा न था

युवा पीढ़ी संस्कारों को तिलांजलि दे देगी
किसी ने सोचा न था

बुजुर्ग धरती पर बोझ से महसूस होने लगेंगे
किसी ने सोचा न था

समाज के अर्धनग्न चरित्र “सेलेब्रिटी “ बन विचरण करेंगे
किसी ने सौचा न था 

संस्कृति, संस्कार लुप्तप्रायः से लगने लगेंगे
किसी ने सौचा न था 

"विश्वास “ अपने अस्तित्व की टोह मैं सारा - मारा फिरेगा
किसी ने सोचा न था

हंस चुग रहा दाना और कौंवा मोती खा रहा होगा
किसी ने सोचा न था

गीतों से आत्मा खो जायेगी
किसी ने सोचा न था

परमात्मा के अस्तित्व पर प्रश्न उठ खड़े होंगे
किसी ने सोचा न था

सुसमभ्य संत समाज पर भी अविश्वास की काली परत छा जायेगी
किसी ने सोचा न था

_अधर्म की काली छाया , धर्म का रूप ले लेगी

किसी ने सोचा न था

चूत तो कपूत होंगे ही, माता भी कुमाता हो जायेगी.
किसी ने सोचा न था.

देवालय उपेक्षा का शिकार हो जायेंगे.
किसी ने सोचा न था

आइम्बर , धर्म बन उभरेगा
किसी ने सोचा न था

आतंक की काली छाया मानव जीवन पर ख़तरा बन उमड़ेगी.
किसी ने सोचा न था

मोबाइल, इन्टरनेट मानव को यूं दिग्भ्रमित करेंगे
किसी ने सोचा न था.

भूकंप, सुनामी और बवंडर यूं मनु विनाश का कारण बनेंगे
किसी ने सोचा न था

प्रकृति हमसे यूं रूठ जायेगी
किसी ने सोचा न था

अभिनन्दन मार्ग को छोड़ मानव , अवनति की और अग्रसर हो जाएगा.
किसी ने सोचा न था

इंसानियत की राह अविश्वास की भैंट चढ़ जायेगी
किसी ने सोचा न था

संकल्प , आदर्श, संयम जैसे विषय बीती बातें हो जायेंगे
किसी ने सोचा न था

ये दुनिया दुश्चरित्रों का समंदर हो जायेगी
किसी ने सोचा न था



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