Tuesday, 8 November 2016

खुद पर न संदेह करो , खुद पर विश्वास करो


खुद पर संदेह न करो , खुद पर विश्वास करो

खुद पर संदेह न करो, खुद पर विश्वास करो
जीत त्रोगे आसमां तुम, खुद पर एतबार करो

खुद को आशा के पालने मैं सुलाओ , खुद को न निराश करो.
खुद का सम्मान करो , खुद का कल्याण करो

खुद को बुझदिल न समझो, खुद को साहस से पौषित करो
खुद पर दया न करो, खुद को स्वाभिमान से रोशन करो

खुद की अच्छाइयों पर घमंड न करो, खुद की बुराइयों को दूर करो
खुद को पावन करो, खुद का उद्धार करो

खुद को सम्पूर्ण न समझो , कुछ और प्रयास करो.
खुद कुछ प्रयास करो, दूसरों को न निराश करो

खुद से प्रेम करो, खुद की जय - जयकार करो
खुद को संवम में रखो, खुद का आभार करो

यूं न ग़ामगीन रहो, खुद को आज़ाद करो
बढ़ चलो मंजिल की और, खुद का विस्तार करो

जिन्दगी इतनी छोटी भी नहीं, इस पर एतबार करो
जियो तो रौशनी बनकर, खुद का उत्कर्ष करो.

खुद पर संदेह न करो, खुद पर विश्वास करो
जीत त्रोगे आसमां तुम, खुद पर एतबार करो

खुद को आशा के पालने मैं सुलाओ , खुद को न निराश करो.
खुद का सम्मान करो , खुद का कल्याण करो







No comments:

Post a Comment