मुहब्बत के राही
मुहब्बत के राही ,जिन्दगी को यूं तनहा गुजारा नहीं करते
मिले जो दामन किसी का , उसे ठुकराया नहीं करते |
चलते हैं जो मुहब्बत की राह, किसी को यूं सताया नहीं करते
मुहब्बत के राही जिन्दगी को यूं तनहा गुजारा नहीं करते |
गुजारिश उस खुदा से , कोई गुमराह न हो
जीते हैं जो गुमसुम , वो किसी को रुलाया नहीं करते |
मुहब्बत के राही मुहब्बत करने वालों को , यूं भरमाया नहीं करते
खुदा के चाहने वाले , किसी को यूं भटकाया नहीं करते |
जीते हैं जो खुद , सिसकती सांसों के साथ
वो किसी गमगीन को , यूं सताया नहीं करते |
इंसानियत के रखवाले , किसी को यूं बीच राह छोड़ा नहीं करते
बीती बात बिसारिये , यूं दुश्मनी को दिल से लगाया नहीं करते |
मुहब्बत के राही जिन्दगी को यूं गुजारा नहीं करते
मिले जो दामन किसी का , उसे ठुकराया नहीं करते |
चलते हैं जो मुहब्बत की राह, किसी को यूं सताया नहीं करते
मुहब्बत के राही जिन्दगी को यूं गुजारा नहीं करते |
मुहब्बत के राही ,जिन्दगी को यूं तनहा गुजारा नहीं करते
मिले जो दामन किसी का , उसे ठुकराया नहीं करते |
चलते हैं जो मुहब्बत की राह, किसी को यूं सताया नहीं करते
मुहब्बत के राही जिन्दगी को यूं तनहा गुजारा नहीं करते ||
No comments:
Post a Comment