व्यंग्य
'एक नेता ,अपने भाषण में 100 बार
गधे का नाम ले चुके ,
तभी
एक गधा , मंच पर लपक कर आया
नेता गुर्राया ,“इस गधे को नीचे उतारो”
तभी गधा , बड़े ही मासूमियत भरे अंदाज़ में बोला
नेता जी
अभी - अभी आपने अपने भाषण में 100 बार मेरे नाम का गीत
गुनगुनाया
तभी तो मेरा मन , मंच पर आने को ललचाया
गधे ने आगे कहा “मैंने सोचा मेरे भी अच्छे दिन आयेंगे “
“अब तक गधों की खूब सेवा की चलो कुछ दिन राजनीति में बिताएंगे ”
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