Tuesday, 16 February 2021

तेरे आने की आहट

 

तेरे आने की आहट

 

यूं ही नहीं

गुजार दी बरसों रातें मैंने

अकेले – अकेले

तेरी यादों का समंदर

वो तेरी भीनी  - भीनी खुशबू

जिन्हें मैंने कर लिया था

अपनी अमानत

अचानक ही बिस्तर से

उठ भाग उठता हूँ

कहीं

तेरे आने की आहट .................

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