मंजिल की चाह जिन्दगी
मंजिल
की चाह जिन्दगी
क़दमों
का रुक जाना जिन्दगी नहीं
कोशिशों
का कारवाँ है जिन्दगी
थक
कर हार जाना जिन्दगी नहीं
सपनों
का समंदर रोशन करना जिन्दगी
सपनों
का बिखर जाना जिन्दगी नहीं
मंजिल
की आस हो जिन्दगी
मंजिल
से पहले ठहर जाना जिन्दगी नहीं
खुशियों
का एक कारवाँ हो जिन्दगी
चंद
ग़मों से डर जाना जिन्दगी नहीं
खुद
पर एतबार का माद्दा है जिन्दगी
विश्वास
का डगमगा जाना जिन्दगी नहीं
अपने
हौसलों को अपनी धरोहर बनाना जिन्दगी
मंजिल
से पहले हौसलों का टूट जाना जिन्दगी नहीं
समंदर
की लहरों से दोस्ती जिन्दगी
समंदर
की लहरों से घबरा जाना जिन्दगी नहीं
अपनी
मुस्कराहट को अपनी धरोहर बनाना जिन्दगी
चंद
ग़मों से घबरा जाना जिन्दगी नहीं
इंसानियत
का ज़ज्बा बरकरार रखना जिन्दगी
उस
खुदा की नज़र में गिर जाना जिन्दगी नहीं
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