मैं तेरे दर का नूर हो जाऊं ऐ
मेरे खुदा
मैं तेरे दर का नूर हो जाऊं
ऐ मेरे खुदा
मैं सबके दिलों का शुरूर हो
जाऊं ऐ मेरे खुदा
मुझ पर तेरा करम हो जाए ऐ
मेरे खुदा
मैं जहां भी रहूँ तेरा साथ
हो ऐ मेरे खुदा
तेरे हर एक करम को इबादत
समझा क़ुबूल करूं ऐ मेरे खुदा
मैं जहां भी रहूँ सुकूँ अता
कर ऐ मेरे खुदा
मुझे तुझसे मुहब्बत हो जाए
ऐ मेरे खुदा
तेरे बन्दों से मुझे आशिकी
हो जाए ऐ मेरे खुदा
तेरे हर बन्दे में तेरा अक्स नज़र आये ऐ मेरे खुदा
हर एक शख्स को अपना शागिर्द
कर ऐ मेरे खुदा
तेरी इस कायनात से मुझे
निस्बत हो ऐ मेरे खुदा
मेरा नसीब तेरे करम से रोशन
हो ऐ मेरे खुदा
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