नारी शक्ति
तुझे भी मुस्कुराने का हक़
है
तुझे भी गुनगुनाने का हक़ है
तुझे भी है आसमां को छूना
तुझे भी महक, जाने का हक़ है
दिलों में राज करना है
तुझको
तुझे भी संवर जाने का हक़ है
तुझे भी है शक्ति से पोषित
होना
तुझे भी मर्दानी हो जाने का
हक़ है
तुझे भी प्रेमालिंगन होने
का हक़ है
तुझे भी चहक जाने का हक़ है
तुझे भी है दिखना खूबसूरत
तुझे भी संवर जाने का हक़ है
तुझे भी है खुद को रोशन
करना
तुझे भी इतिहास रचने का हक़
है
तुझे भी है वक़्त के कैनवास
पर खुद को सजाना
तुझे भी बदल जाने का हक़ है
तुझे भी है एक खुदा का चाँद
करना रोशन
तुझे भी आसमां सजाने का हक़
है
तुझे भी है स्वयं को खोजने
का हक़
तुझे भी खुद को पाने का हक़
है
तुझे भी है खुद को रंगों
में रंगना
तुझे भी रिश्तों में पिरो
जाने का हक़ है
तुझमे भी है देश के प्रति
लगाव
तुझे भी देश पर न्योछावर हो
जाने का हक़ है
तुझे भी है आसमां पार जाना
तुझे भी चाँद पर घर बसाने
का हक़ है
हे नारी शक्ति , हे जगत
जननी
तुझे भी “माँ” कहलाने का हक़
है
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