Tuesday, 23 January 2018

दीपों की रौशनी से

दीपों की रोशनी से

दीपों की रोशनी से
रोशन हो घर आँगन

दीपों की लड़ियों से
पावन और उजले हों मन

मन का अंधियारा मिटे
प्रफुल्लित हों जाएँ मन

घर -घर दीवाली हो
रिश्तों में बंधें - बंधन

घर - घर राम नाम गूंजे
लक्ष्मी बरसे घर ऑगन

खुशियों की बहार आये
खिल उठें बालमन

आओ हम मिल मनाएं
रोशनी का उत्सव पावन

सौंहार्द की शुभकामना करें
रोशन हो घर आँगन





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