दीपों की रोशनी से
दीपों की रोशनी से
रोशन हो घर आँगन
दीपों की लड़ियों से
पावन और उजले हों मन
मन का अंधियारा मिटे
प्रफुल्लित हों जाएँ मन
घर -घर दीवाली हो
रिश्तों में बंधें - बंधन
घर - घर राम नाम गूंजे
लक्ष्मी बरसे घर ऑगन
खुशियों की बहार आये
खिल उठें बालमन
आओ हम मिल मनाएं
रोशनी का उत्सव पावन
सौंहार्द की शुभकामना करें
रोशन हो घर आँगन
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