भारत को एक नया विचार चाहिए
भारत को , एक नया विचार चाहिए
संस्कारों से पोषित , एक संसार चाहिए
पश्चिम के विद्यारों से जो , दूषित न हो
आएरत को ऐसे , संस्कार चाहिए
दिलों की धड़कन बन जो , रोशन हो जाए
मारत को ऐसी संस्कृति का , आधार चाहिए
लक्ष्मी, दुर्मावती सी , पोषित हों नारियां
नारी शक्ति की घर - घर गंगा , बढ़नी चाहिए
अष्टाचार से मुक्त हो , समाज और राजनौति
अपराधों से मुक्त , एक समाज चाहिए
मरते हैं ओ , कुर्सी की खातिर
सत्ता के सोझियों का , बहिष्कार चाहिए
बह न जाए आधुनिकता की , बाढ़ की चपेट में
आरत को आशाओं का , अंबार छाहिए
गौंतों में स॒जे. कभी गजनों में निखरे
उम्मीदों से सजी कसम का , दीदार चाहिए
पथ अभित होती , युवा पीढ़ी को
विवेकानंद सा , मार्गदर्शन चाहिए
भविष्य का सुन्दर सपना , देखें सभी
भारत को स्वस्थ समाज का , दर्पण चाहिए
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