ये जिन्दगी है चार पल की
ये जिन्दगी है चार पल की
प्यार से गुजार दो
हो सके तो प्यार दो
हो सके तो प्यार लो
किसी को अपना लो
किसी के हो जाओ
गीत मुहब्बत के
गुनगुनाते जाओ
किसी के गम को
हो सके तो अपना लो
किसी की राहों में
हो सके तो फूल बिछा दो
किसी के गम में
खुद को शामिल्र करो
किसी को अपनी ख़ुशी का
हिस्सा बना लो
खुदा की राह में
हो सके तो कुछ पल गुजार लो
किसी के हो जाओ
किसी को अपना लो
खुदा की राह में भी
लिखों कुछ गीत
हो सके तो
उस खुदा के हो जाओ
'चाक दामन , पाक रिश्ते
हर शख्स में खुदा को ढूंढ
'चंद आशार ( अश'आर ) ही सही
उस खुदा की तारीफ मैं लिख जाओ
किसी के होठों की
मुस्कराहट हो जाओ
किसी के दर्द में
उसका हमसफर हो जाओ
हो सके तो
गर्म के पूँट पी लो
हो सके तो
खुशियों का समंदर सजा दो
खिला दो कुछ फूल
इस जहां में खुशियों के
गीत सुहब्बत के
हो सके तो गुनगुनाओ
भूल जाओ कभी
गिरे थे तुम भी.
हो सके तो
किसी का सहारा हो जाओ
आसमां को छू लो
या आसमां को ज़र्मी पर ले आओ
रिश्तों की मर्यादा कायम रखो
रिश्तों को अपना लो
ये जिन्दगी है चार पल की
प्यार से गुजार दो
हो सके तो प्यार दो
हो सके तो प्यार लो
किसी को अपना लो
किसी के हो जाओ
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