नेता
अपने लिए जिए , जिए तो क्या जिए नेता
जीना है तो जी तू , जनता के लिए
सच के साए में , जीना तू सीख ले
खोल खजाने ,जनता के लिए
क्यूं कर तू चंदा मांगे , पार्टी के लिए
जीना है तो जी तू देश के लिए
क्यूं कर रोज गिरता तू , खुदा की निगाह में
खुद को कर बुलंद , खुदा की निगाह में
क्यूं कर हैं सारी कोशिशें , अमीरों के लिए
कुछ कोशिश कर , तू जनता के लिए
शक्ति के मद में तू, अनुचित न कर
अपराधियों को तू , अपनी शरण में क्यूं रखे
समानता का अधिकार तू , जनता को भी दे
अपने अहंकार में खुद को तू, खुदा न समझ
नेता हो तो , देश सेवा को सर्वोपरि समझो
सत्ता के लोभ में तू, यूं न न फंस
लोगों के दुःख को , अपना दुःख समझ
यूं तू गरीबों की मजबूरी का ,मज़ाक न बना
जीना है तो जी, तू देश के लिए
क्यूं कर तू जाने - अनजाने
अपराध करे
अपने लिए जिए , जिए तो क्या जिए नेता
जीना है तो जी तू , जनता के लिए
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