मेरी रचनाएं मेरी माताजी श्रीमती कांता देवी एवं पिताजी श्री किशन चंद गुप्ता जी को समर्पित
मनुष्य का अवसरवादी होना उसके अति महत्वाकांक्षी होने को परिलक्षित करता है l इस प्रकार के मनुष्य समाज के लिए नासूर होते हैं l
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