Thursday, 30 September 2021

रुकना नहीं है तुमको

 रुकना नहीं है तुमको

 

रुकना नहीं है तुमको, क्यूं कर है घबराना

करना है आसमां रोशन, दूर मंजिल पार जाना I

 

क्यूं कर हो डर तुझको, आँधियों का , तूफानों का

अपने आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच को पतवार बनाना I

 

क्यूं कर बिखर जाएँ , तेरे सपनों के आस के मोती

खुद पर करना भरोसा, आगे को बढ़ते जाना I

 

खुद पर करना यकीं , अपनी कोशिशों को अपनी धरोहर बनाना

मिटा संशय की दीवार, खुद पर विश्वास जगाना I

 

गिरोगे तुम भी कई बार, और होगे घायल

फिर उठ खड़े होना, खुद का हौसला बढ़ाना I

 

पीर दिल की भुला, अग्रसर होते जाना

करना खुद को रोशन , मंजिल की ओर बढ़ते जाना I

 

रुकना नहीं है तुमको, क्यूं कर है घबराना

करना है आसमां रोशन, दूर मंजिल पार जाना II

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