Monday 29 June 2015

वो जो मुस्कुरा दें, तो रोशन बहार हो जाए

१. 

वो जो मुस्कुरा दें ,तो रोशन बहार हो जाए
दिल में उमंग जगे , दिल को करार आये

कौन है जो उनकी मुस्कराहट पर न मरे
हाँ कि खुद को उनकी मुस्कराहट पर निसार आये 

२.

गर सभी को चाँद नसीब हो जाए
तारों की  ओर  से फिर जायेगी नज़र सबकी

गर सभी की किस्मत में आसमां हो जाए
धरती की ओर  फिर नज़र होगी किसकी

3.


किनारों पर बैठकर अथाह समंदर का नज़ारा नहीं करते 
'\करते  हैं सैर समंदर की , यूं लहरों से किनारा नहीं करते 

 मौज़ों से खेलना है जिनकी जिन्दगी का सबब 
वो किनारों पर बैठकर , यूं जिन्दगी गुजारा  नहीं करते








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