Tuesday 24 June 2014

तुम जो मेरी तमन्नाओं का सिला हो जाओ

तुम जो मेरी तमन्नाओं का सिला हो जाओ

तुम जो मेरी तमन्नाओं का सिला हो जाओ
खुदा कसम मैं तुम पर निसार हो जाऊं

तुम जो मुझको अजीज़ समझो सनम
मैं तेरी राह के कांटे चुन लाऊँ

ज़लवा तेरे हुस्न का बरकरार रहे
मैं तेरी स्याह रातों का चराग हो जाऊं

तेरे एक दीदार की तमन्ना है मुझको
मैं तेरे इश्क़ में डूब जाऊं

तेरी एक मुस्कान की चाह है मुझको
मैं तेरी एक मुस्कराहट पर फ़िदा हो जाऊं

जुस्तजू है मुझे तेरी बाँहों का सहारा मिल जाए
मैं तेरी बाहों में जन्नत पाऊँ

तुझे यूं  ही किसी ने नहीं कहा हुस्न की देवी
काश मैं भी तेरे हुस्न के दो घूँट पी पाऊँ



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